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"वह सुख का साम्राज्य छोड़कर, में मतवाला बड़ा हुआ
लुटा हुआ कुछ ठगा हुआ सा , सगाई का दौर मेरा शुरू हुआ
दिल में एक चुभन सी थी , यह संसार अलबेला था
मन में एक पहेली थी, मैं उस वक्त खड़ा अकेला था
कहाँ गए खोजता था, जिनको हे बचपन ! ठगा दिया तूने
अरे ! जवानी के फंदे में, मुझको फंसा दिया तूने
वह भोली सी मधुर सरलता, वह प्यारा जीवन निष्पाप
क्या आकर फिर मिटा सकेगा, तू मेरा मन का संताप
बार बार आती है मुझको मधुर याद बचपन तेरी
गया ले गया तू जीवन की सबसे मस्त ख़ुशी मेरी
किन्तु यह झंझट भरी, युद्ध क्षेत्र संसार बना |
चिंता के चक्कर में पड़कर, जीवन मेरा भर बना ||"
मेरे मन की ख़ुशी में अपने दोस्तों को सुनाने गया | मेने कहा चलो मेरे साथ | वो बोले क्यों ? मैने बताया की मेरी सगाई हो गई है | मैंने सोचा वो खुश होंगे लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई | मैंने कहा कुछ खाते हैं | ये बात सुनते ही वो मुझे छोड़ कर चले गए | में खड़ा रहा मैने उन्हें रोका वो नहीं रुके | मेने कुछ सामान लेकर उनका इन्तजार किया वो नहीं आये | में हार कर घर आ गया फिर शाम को सचिन का फोन आया था उसने कहा क्या बात है अब बता | मैंने कहा अब तो कुछ नहीं हैं |
उसके बाद उसने फोन काट दिया में अगले दिन उसके पास गया लेकिन वो मुझसे नहीं बोले | बोले तो एक अनजान की तरह | उस दिन से वो मुझसे दूर रहने लगे | फिर मैंने अपनी स्कूल में एक लड़का था जो उसी साल हमारे स्कूल में आया था वो 11 वीं में पढता था | उसका स्वभाव मुझे ठीक लगा था | वो मेरे जैसा आचरण का लड़का था | उस वक्त मुझे अपने दोस्तों की याद आती थी |
जो मेरे दिल मे एक बड़ा घाव बना रही थी उस घाव को भरने के लिए में उस लड़के से दोस्ती बड़ा रहा था जो नया आया था | उसका नाम शाहिल था | उस वक्त मुझे अपने दोस्त याद आते तो में साहिल से बाते करने लग जाता | उस समय में अपने दोस्तों को साहिल में देखता था | में अपने दिला का दुःख भरा हाल किसको सुनाता | मुझे रातों में नींद नहीं आती थी | मेरा जीवन बदल रहा था फिर में एक दिन फिर उनके पास गया | उस वक्त सचिन होस्टल से निकल कर घर जा रहा था |
मेने सचिन को रोका वो बोला मुझे घर काम है | तू अभिषेक से मिलने चला जा | मैंने कहा में तेरे पास आया हूँ | वो साईकल दौड़ाकर चला गया | में बाइक पर था उसके पीछे जाने लगा | बाजार में भीड़ था | लेकिन सचिन साईकल को कहीं से भी निकाल कर ले गया | मेरा ध्यान सचिन पर था | अचानक एक घटना हुई | में बाइक से गिर गया और एक कार के सामने आ गिरा मेने कुछ नहीं देखा में सचिन को आवाज लगा रहा था | सचिन भाग जा रहा था में उठा और देखा मेरे बिलकुल नहीं लगी थी | मेरी दोस्ती शायद सच्ची थी जो में बच गया | वर्ना उस दिन में भगवान की शरण में चला जाता |
फिर मेने अपनी सारी घटना वर्षा को बताई थी | वर्षा ने मेरे दिल का हाल समझ लिया था | वर्षा मेरी सबसे बेस्ट फ्रेंड पक्की दोस्त बनी वर्षा मेरा दुःख बाटती थी और मेरे दिल का हाल समझती है | वर्षा बहुत अच्छी लड़की है | जिसे बच्चे खराब बताते है | में मानता हूँ वर्षा ने अपराध नहीं किया था उसने भी प्रेम किया था | लेकिन उसकी गलती थी की उसने अपने गाँव में पडौस के लड़के से प्रेम किया जिसे समाज गलत मानता है | लेकिन मेरा क्या अपराध था जो मुझे दर्द सहन करना पड़ा |
वो दोनों अलग दुनिया में खोये थे जो मुझे दुःख दे रहे थे | वर्षा मेरे जीवन से दोस्तों के दुखो को दूर कर रही थी |वो हर ख़ुशी मेरे साथ बटती थी | एक दिन स्कूल में चुनाव थे तो हम क्लास के लड़के शाम तक वहीँ थे | सचिन मुझे घर जाते वक्त दिखाई दिया था | मैंने उसको रोका वो मुस्किल से रुका था | मैंने उससे बातें करने के लिए बोला तो वो मान गया | मैंने उससे पूछा की तुम मुझसे नाराज क्यों हो ? वो कुछ नहीं कह रहा था | हम उसके घर की ओर जाने लगे | वो बोला "और आगे चले" मैंने कहा 'चलो' |
फिर उसके मुंह से आवाज आई की अब तो नए दोस्त बना ले तू | मुझसे क्या पूछता है | फिर में उसके दिल की बातें समझ रहा था की ये वर्षा की कह रहा है या साहिल की बात कर रहा है | वो पागल हो रहे थे भला कोई व्यक्ति किसी और से कुछ समय के लिए बात करके अपने बचपन के दोस्तों को कैसे छोड़ सकता है | साहिल से तो में बातें कुछ समय के लिए कर लिया करता था | और यदि थोड़ा ज्यादा कर ले तो क्या फर्क पड़ता है | जिस व्यक्ति की जिसके साथ बनती है वह उससे ही तो बातें करता है |
फिर भी मानते है की चलो में स्कूल में साहिल के साथ रहता था तो इसका मतलब ये थोड़े ही होता है की वो मेरे बचपन के दोस्तों की जगह लेगा | कभी नहीं ! ऐसा नहीं होता है | वो भी मुझसे बातें करता है तो, मैं भी बातें कर लेता हूँ ऐसे तो ना जाने कितने लोग मिलेंगे तो में भला तुम्हें केसे भूल सकता हूँ |
मैं इस बात का अनुमान ऐसे लगता हूँ की जब मैंने सचिन से कहा था की तुम तो मेरी शादी पर जरूर आना तो उसका जबाब था की देख तेरा तो पता नहीं हमारे स्कूल में एक लड़का है | वो हमें बुला रहा है | तो उसकी शादी में तो हम 99% जायेंगे |
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