कहानी का नाम: "साया का शहर"
एपिसोड 5: रक्तपात की नई सुबह
अगर आपने इस कहानी का एपिसोड 4 नहीं पढा है तो पहले पढ़ लीजिए
पिछली लड़ाई के बाद अर्जुन को लगा था कि उसने विक्रम और उसके काले कारोबार पर एक बड़ा वार किया है, लेकिन असली खेल अब शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री पर हुए हमले की कोशिश के बाद दुनिया भर में हड़कंप मच गया था। हर तरफ सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, लेकिन अपराध की दुनिया में कुछ ऐसा उभर रहा था जो अब तक किसी ने सोचा भी नहीं था।
एक नई ताकत इस खेल में आ चुकी थी—"ब्लैक किंग"।
वह सिर्फ एक नाम नहीं था, बल्कि एक संगठन था जो साइंस और टेक्नोलॉजी को अपराध का सबसे घातक हथियार बना चुका था।
ब्लैक किंग ने महसूस किया कि इंसानी अपराधी कमजोर होते हैं—वे पकड़े जा सकते हैं, मारे जा सकते हैं, और धोखा भी दे सकते हैं। लेकिन मशीनें? मशीनें कभी नहीं थकतीं, कभी नहीं डरतीं, और कभी भी अपने मालिक से गद्दारी नहीं करतीं।
इसीलिए उसने दुनिया की सबसे खतरनाक चीज बनाई थी—"किलर मशीन"।
यह कोई साधारण रोबोट नहीं था। यह एक सुपर-सैनिक था, जिसे मांस और स्टील के मेल से बनाया गया था। उसकी आँखों में इन्फ्रारेड सेंसर थे, उसकी बंदूकें सोचने से पहले ही फायर कर सकती थीं, और उसका दिमाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ा था।
उसका सिर्फ एक मकसद था—इंसानियत का अंत और ब्लैक किंग के नए साम्राज्य की शुरुआत।
अर्जुन को इस नई मुसीबत के बारे में तब पता चला जब उसने एक गुप्त मैसेज डिकोड किया। यह मैसेज ब्लैक किंग के मुख्य साइंटिस्ट डॉ. वेगा ने भेजा था।
"अर्जुन, तुमने विक्रम को हराया, लेकिन असली तूफान अभी बाकी है। वे लोग दुनिया को मशीनों के हवाले करने जा रहे हैं। एक नया युद्ध शुरू हो चुका है, और अगर तुम इसे नहीं रोक सके, तो इंसान सिर्फ इतिहास की किताबों में ही मिलेगा।"
अर्जुन ने जब इस मैसेज को पढ़ा, तो उसे यकीन नहीं हुआ। मशीनें? साइंटिस्ट? दुनिया का अंत?
लेकिन तभी शहर में कुछ ऐसा हुआ, जिसने उसकी सोच बदल दी।
शहर के बीचों-बीच, एक हाई-फाई बैंक में डकैती हो रही थी। लेकिन यह कोई आम डकैती नहीं थी।
जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि लुटेरे इंसान नहीं थे—वे रोबोट थे।
उनके शरीर स्टील से बने थे, उनके हाथों में मशीनगनें लगी थीं, और उनके चेहरे बिल्कुल भावहीन थे। वे गोलीबारी कर रहे थे, लोगों को मार रहे थे, और बैंक से सोना और डेटा चोरी कर रहे थे।
अर्जुन और पुलिस ने इन पर हमला किया, लेकिन गोलियाँ इन पर असर नहीं कर रही थीं। तभी अर्जुन को किसी ने एक गुप्त संदेश भेजा:
"इनकी बैटरी गर्दन के पीछे है। वहीं वार करो।"
अर्जुन ने तुरंत अपना चाकू निकाला और एक रोबोट के पीछे कूदकर उसकी गर्दन पर वार किया। धमाके के साथ रोबोट फट गया।
लेकिन समस्या यह थी कि ऐसे सौ से भी ज्यादा रोबोट आ चुके थे।
जब अर्जुन और पुलिस हारने लगे, तभी अचानक आसमान में एक अजीब सी दरार खुली। यह कोई साधारण चीज नहीं थी।
यह टाइम ट्रैवल पोर्टल था।
उस दरार से एक व्यक्ति बाहर निकला। लंबा, गठीला शरीर, काले कपड़े, और एक अजीब सी रोशनी से घिरा हुआ।
उसने आते ही अपने हाथ से एक नीली किरण चलाई, और देखते ही देखते दस रोबोट राख बन गए।
अर्जुन ने उसे देखा और पूछा, "तुम कौन हो?"
उस व्यक्ति ने जवाब दिया,
"मेरा नाम काल है। मैं भविष्य से आया हूँ, उस समय से जब इंसान खत्म हो चुका है और सिर्फ मशीनें बची हैं। अगर हम आज इन्हें नहीं रोक सके, तो तुम्हारी दुनिया भी खत्म हो जाएगी।"
अर्जुन को समझ आ गया कि यह लड़ाई अब सिर्फ ब्लैक किंग के खिलाफ नहीं थी, बल्कि भविष्य को बचाने की भी थी।
अब अर्जुन, काल और उसकी टीम ने मिलकर ब्लैक किंग के ठिकाने को खोजने की योजना बनाई। लेकिन यह आसान नहीं था।
ब्लैक किंग ने अपने चारों ओर एक इलेक्ट्रॉनिक ढाल बना रखी थी, जिससे कोई भी आसानी से अंदर नहीं जा सकता था।
तभी काल ने अर्जुन को एक चिप दी और कहा,
"यह टाइम डिस्क है। यह हमें उनके अतीत में भेज सकती है, जहां हम ब्लैक किंग के जन्म को रोक सकते हैं।"
लेकिन यह बहुत खतरनाक था। अगर टाइम ट्रैवल गलत हुआ, तो वे हमेशा के लिए समय के जाल में फंस सकते थे।
अर्जुन और काल ने टाइम डिस्क का इस्तेमाल किया और वे 30 साल पहले के समय में चले गए।
वहाँ उन्होंने देखा कि ब्लैक किंग असल में कोई और नहीं, बल्कि विक्रम ही था!
लेकिन यह विक्रम वह नहीं था जिसे अर्जुन ने हराया था। यह भविष्य में जाकर खुद को और ज्यादा ताकतवर बना चुका था।
अर्जुन ने देखा कि विक्रम (ब्लैक किंग) अपने प्रयोगशाला में किलर मशीन बना रहा था।
तभी काल ने अर्जुन से कहा,
"हमें इसे अभी खत्म करना होगा, वरना यह पूरी दुनिया को खत्म कर देगा।"
अर्जुन और काल ने अपने हथियार निकाल लिए और ब्लैक किंग के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया।
क्या अर्जुन और काल समय को बदल सकेंगे? क्या ब्लैक किंग को खत्म किया जा सकेगा? क्या इंसानियत बच पाएगी? जानने के लिए पढ़ें 'साया का शहर' का अगला एपिसोड!"
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