कहानी: "अनदेखा सच"
(एपिसोड 6: सच्चाई का बोझ)
पिछली कड़ी:
आर्या ने मंदिर के श्राप को तोड़कर आत्माओं को मुक्त कर दिया। लेकिन जब वह अपनी कार में बैठने लगी, तो उसने देखा कि किताब, जिसे उसने बैग में रखा था, उसकी कार की पिछली सीट पर पड़ी थी।
अब आगे...
आर्या के हाथ कांप रहे थे। उसने किताब को दोबारा उठाया और देखा कि उसके पन्ने खुलने लगे। उसमें से एक कागज गिरा, जिस पर कुछ लिखा हुआ था:
"तुमने मंदिर को श्रापमुक्त कर दिया, लेकिन सच्चाई पूरी नहीं हुई। यह सिर्फ शुरुआत है।"
आर्या समझ गई कि यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई है। उसने अपने फोन से किताब की कुछ तस्वीरें खींचीं और उसे पढ़ने लगी।
किताब में उस राजा की कहानी थी, जिसने अपनी लालच के चलते अपनी प्रजा को धोखा दिया और इस मंदिर का निर्माण कराया। इसमें यह भी लिखा था कि इस खजाने का एक हिस्सा अभी भी गायब है, और जब तक वह हिस्सा नहीं मिलता, मंदिर का श्राप पूरी तरह खत्म नहीं होगा।
आर्या ने खुद से कहा, "तो इसका मतलब है कि मुझे उस गायब खजाने को ढूंढना होगा।"
आर्या जैसे ही किताब को पढ़ रही थी, उसने अपनी कार के शीशे में एक परछाई देखी। उसने तुरंत पलटकर देखा, लेकिन वहां कोई नहीं था। यह वही अजीब एहसास था, जो उसने मंदिर में महसूस किया था।
आर्या ने किताब में एक जगह का नाम देखा, जो एक पुराने किले का था। यह किला मंदिर से लगभग 50 किलोमीटर दूर था। उसने तुरंत अपनी गाड़ी स्टार्ट की और उस जगह की ओर चल पड़ी।
किला सुनसान और खंडहर जैसा था। चारों ओर घना जंगल था, और वहां कोई इंसान नहीं दिख रहा था। जैसे ही आर्या किले के गेट पर पहुंची, एक पुरानी घंटी अपने आप बजने लगी।
आर्या ने गेट खोलने की कोशिश की, लेकिन यह जंग लगा हुआ और भारी था। तभी एक रहस्यमयी आवाज सुनाई दी:
"जो यहां आया है, उसे अपने डर का सामना करना होगा।"
किले के अंदर एक बड़ा हॉल था, जिसकी दीवारों पर वही प्रतीक बने हुए थे, जो मंदिर में थे। आर्या ने दीवार पर एक अजीब सा नक्शा देखा। यह नक्शा उस गायब खजाने का रास्ता दिखा रहा था। लेकिन जैसे ही उसने इसे छुआ, हॉल के चारों ओर लगी मोमबत्तियां अपने आप जलने लगीं।
नक्शे के अनुसार, खजाना किले के गुप्त तहखाने में छिपा हुआ था। लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए उसे तीन और चुनौतियों का सामना करना होगा। पहली चुनौती थी एक दरवाजे को खोलने की, जिसके ऊपर लिखा था:
"केवल वही अंदर जा सकता है, जो सच्चाई के लिए अपना सबकुछ छोड़ने को तैयार है।"
आर्या ने दरवाजे के पास लगे पत्थर को देखा, जिसमें एक धातु की कुंजी फिट हो सकती थी। लेकिन कुंजी कहीं नजर नहीं आ रही थी। तभी उसे एक छोटे से छेद से हवा के बहने की आवाज सुनाई दी। उसने देखा कि छेद के अंदर कुछ चमक रहा है।
जैसे ही आर्या ने उस छेद के पास अपनी उंगलियां पहुंचाईं, वहां से एक सांप बाहर निकला। वह तेजी से पीछे हटी, लेकिन सांप ने उसे घूरते हुए कहा,
"अगर तुमने सच्चाई का पीछा नहीं छोड़ा, तो यह तुम्हारा अंत होगा।"
- आर्या किले की पहली चुनौती को कैसे हल करेगी?
- क्या वह गायब खजाने तक पहुंच पाएगी?
- सांप की रहस्यमयी चेतावनी का क्या मतलब है?
जारी है...
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