गहरे जंगलों के बीच एक पुराना हवेलीनुमा महल था, जिसे लोग "श्रापित महल" कहते थे। इस महल के बारे में कहा जाता था कि जो भी वहां जाता, कभी लौटकर नहीं आता। लेकिन प्रेम की शक्ति अंधविश्वास को नहीं मानती। यही हुआ आरव और सान्या के साथ।
सान्या एक साहसी लड़की थी, जिसे रहस्यों को सुलझाने का शौक था। आरव उसका प्यार था, जो उसके हर फैसले में उसके साथ खड़ा रहता। एक दिन सान्या ने आरव से कहा,
"क्या तुम मेरे साथ उस श्रापित महल में चलोगे?"
आरव पहले तो हिचकिचाया, लेकिन फिर अपने प्यार के आगे हार गया। दोनों रात के समय महल में पहुंचे। महल बड़ा और भयानक था। अंदर घुसते ही उन्हें लगा जैसे कोई उनकी हर हरकत को देख रहा हो। हवा में सड़ांध भरी गंध थी, और हर कोने में मकड़ियों के जाले थे।
चलते-चलते वे एक बड़े हॉल में पहुंचे, जहाँ एक विशाल दर्पण लगा था। अचानक दर्पण में एक अजीब सी परछाई दिखी, जो धीरे-धीरे स्पष्ट होने लगी। वह एक खूबसूरत लड़की थी, जिसकी आंखों में अजीब चमक थी। उसने कहा—
"तुम दोनों ने यहाँ आकर बहुत बड़ी गलती कर दी। अब तुम भी उसी श्राप का हिस्सा बनोगे!"
इतना कहते ही दरवाजे अपने आप बंद हो गए। महल में अजीब सी धुंध फैलने लगी। तभी सान्या को एहसास हुआ कि यह आत्मा उस महल के राजा की बेटी अन्विता की थी, जो अपने प्रेमी के साथ भागना चाहती थी, लेकिन राजा ने उसकी प्रेम कहानी को खून में डुबो दिया था।
सान्या ने आत्मा से कहा, "हम तुम्हारी मदद कर सकते हैं। हम तुम्हारे प्रेमी की आत्मा को ढूंढ सकते हैं और तुम्हें मुक्त कर सकते हैं।" आत्मा कुछ पल के लिए रुकी और बोली, "अगर तुम झूठ बोल रहे हो, तो मैं तुम्हारी आत्माओं को भी इसी महल में कैद कर दूंगी!"
आरव और सान्या ने महल के तहखाने में एक पुरानी पेंटिंग खोजी, जिसमें अन्विता और उसके प्रेमी की कहानी लिखी थी। पेंटिंग के पीछे एक लाल रंग का खूनी ख़त था, जिसमें लिखा था कि राजा ने अन्विता के प्रेमी को जिंदा जला दिया था।
जैसे ही यह बात अन्विता की आत्मा को पता चली, वह गुस्से में चिल्लाई। महल की दीवारें कांपने लगीं, चारों ओर से खून टपकने लगा। लेकिन तभी सान्या ने अन्विता से कहा—
"अगर तुम अपने प्रेम को इतना ही चाहती हो, तो बदले की आग में मत जलो। प्यार को मुक्त करो, तभी तुम्हें मुक्ति मिलेगी!"
इतना सुनते ही आत्मा रोने लगी, और एक तेज़ रोशनी के साथ गायब हो गई। अचानक दरवाजे खुल गए, और महल पहले जैसा शांत हो गया। आरव और सान्या ने एक-दूसरे का हाथ थामा और बाहर निकल आए।
कहानी से शिक्षा:
प्यार में कभी बदले की भावना नहीं होनी चाहिए। जो सच्चा प्रेम करता है, वह अपने प्रेम को मुक्त करता है, ना कि उसे कैद में रखता है।
प्रश्न:
अगर आप आरव और सान्या की जगह होते, तो श्रापित महल में जाने से पहले क्या करते?
उत्तर विकल्प:
(A) सबसे पहले महल के बारे में गूगल पर रिसर्च करता।
(B) दोस्तों के साथ जाता ताकि अकेले डर न लगे।
(C) सीधा अंदर जाकर एडवेंचर करता, डर कैसा?
(D) ऐसी जगह जाने की गलती ही नहीं करता।
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