लालची मामा ने किया अपनी ही भांजी का सौदा।
यह कहानी है वेदिका की। वेदिका गांव में अपनी मां अपने भाई के साथ रहती थी। एक बीमारी के रहते देविका की मां गुजर गई। और उनके सदमे में उसका भाई भी गुजर गया क्योंकि वह अपनी मां से बहुत प्यार करता था और दिन रात अपनी मां की याद में ही खोया रहता था। उसे अपनी मां की मौत का बहुत गहरा सदमा लगा था इसलिए वह भी गुजर गया अब वेदिका अकेली ही रह गई थी। तब गांव के सरपंच ने वेदिका के इकलौते मामा को बुलवाकर वेदिका को सदा के लिए उनके हवाले कर दिया। और खुद निश्चिंत हो गए। उस समय वेदिका 10 साल की थी। तो ज्यादा कुछ जानती नहीं थी। वेदिका अपने मामा के घर चली गई। वेदिका के मामा पहले से ही शादीशुदा थे और जितना कमाते थे उसमें से आधे पैसों की तो शराब ही पी लिया करते थे और उनकी आधी कमाई से घर का गुजर-बसर जैसे तैसे ही चल रहा था। जिस पर वेदिका भी मामा के घर चली गई तो। वेदिका की मामी परेशान रहने लगी। वेदिका की मामी वेदिका से प्यार बहुत करती थी लेकिन घर के हालात ऐसे ही थे कि वेदिका को भी अपनी मम्मी के साथ है काम करना पड़ता था। वेदिका की मामी घरों में जाकर झाड़ू पोछा करती थी तो वेदिका भी उन्हीं के साथ जाकर उनके काम में हाथ बटाया करती थी जिससे काम जल्दी हो जाता था और वेदिका की मामी ने और 2 घर के काम ले लिए थे जिनसे अब घर की हालत अच्छी हो गई थी। यह सब काम निपटाने में वेदिका अपनी मामी की पूरी जी जान से मदद करती थी। वेदिका की जिंदगी धीरे धीरे ऐसे ही गुजरने लगी और देखते ही देखते वेदिका 18 साल की हो गई। अब उसकी मामी को वेदिका की शादी की चिंता सताने लगी। तब वेदिका की मामी ने वेदिका के मामा से कहा कि अब तुम अपना शराब पीना बिल्कुल बंद कर दो अब वेदिका बड़ी हो रही है हमने उसकी जिम्मेदारी ली है तो निभानी भी पड़ेगी अब उसकी भी शादी करानी है हमें और शादी कराने के लिए पैसे चाहिए अगर तुम शराब नहीं पियोगे तो बहुत पैसे बच जाएंगे जिससे हम वेदिका की शादी कर पाएंगे। वेदिका के मामा को यह बात पसंद नहीं आई कि वेदिका की शादी के लिए उन्हें अपनी शराबी छोड़नी पड़ेगी। वेदिका के मामा ने कह दिया कुछ भी हो जाए मैं शराब पीनी नहीं छोडूंगा इस पर वेदिका के मामा और मामी दोनों में लड़ाई रहने लगे। वेदिका के मामा ने सोचा मुझे कैसे भी करके वेदिका से पीछा छुड़ाना है। उसकी वजह से मेरे घर में लड़ाई होती है। और वेदिका के मामा ने यह बात अपने दोस्त से कही तब उसने कहा कि तू अपनी भांजी को बेच दे उसका सौदा कर दे इससे उसका हमेशा के लिए पीछा छूट जाएगा तुमसे। और उसे बेचकर तेरे पास बहुत सारे पैसे आ जाएंगे जिससे तू जिंदगी भर शराब आराम से पी सकता है। और अगर तुझे अपनी भांजी बेचनी है तो मुझे बता देना मैं उसका सौदा करवा दूंगा। यह सब सुनकर वेदिका के मामा घर आ गए और उन्होंने देखा कि वेदिका खाना बनाकर हटी है। तब उन्होंने कहा कि बेटा आज मुझे तेरी मां की बहुत याद आ रही है तू क्यों ना मेरे साथ अपनी मां के घर चल वहां से तेरी मां की कुछ निशान लेकर आ जाऊंगा। यह सुनकर वेदिका खुश हो गई और कहने लगी ठीक है मामा मैं चलूंगी तब वेदिका के मामा ने कहा हम रास्ते में उस नदी में नहाकर चलेंगे जो तेरे गांव से पहले पड़ती है तो सफर अच्छा रहेगा वैसे भी गर्मी बहुत हो रही है। तब वेदिका ने कहा ठीक है। फिर वेदिका के मामा वेदिका को लेकर घर से निकल गय है और अपने उस दोस्त के पास ले गए और वहां ले जाकर वेदिका को बेहोश कर दिया और उसके दोस्त ने वेदिका को कोठे तक पहुंचा दिया और वहां से जो पैसे मिले उसमें से थोड़े खुद रख लिय और बाकी वेदिका के मामा को दे दिए। तब उसके दोस्त ने कहा अब तूने वेदिका को तो बेच दिया है लेकिन घर जाकर क्या कहेगा तब उसने कहा कि आज शाम तक मैं तेरे पास रहूंगा। कल मैं अपने घर चला जाऊंगा और उसकी मामी से कह दूंगा कि जब हम नदी में नहा रहे थे तो वेदिका डूब गई बहुत ढूंढा पर नहीं मिली तो मैं अकेला ही घर वापस आ गया। तबीयत का की मामी वेदिका की खबर सुनने के। तब वेदिका की मामी वेदिका की खबर सुनकर रोने लगी और ऐसे ही दिन बीत गए। एक दिन गांव का एक आदमी कोठे से सीधा वेदिका की मामी के पास आया और बोला अगर तुम्हें वेदिका नहीं रखनी थी तो किसी और को दे दी होती। तुमने उसके साथ में ऐसा क्यों करने दिया। यह सुनकर वेदिका की मामी को समझ में नहीं आया तब उस आदमी ने कहा कि तुम्हारी वेदिका मरी नहीं है बल्कि वह कोठे पर है और जब मैंने उससे पूछा कि तुम यहां पर कैसे आ गई। तब उसने सारी बात बताई कि मैं अपने मामा के संग अपने घर जा रही थी लेकिन वह मुझे मेरे घर नहीं लेकर गए और अपने किसी दोस्त के पास ले गए। और मुझे वहां लेजाकर बेहोश कर दिया उसके बाद जब मुझे होश आया तो मैं यहां थी और मुझे इन लोगों ने कहीं नहीं जाने दिया मुझसे जबरदस्ती यह सारे गलत काम करवाते हैं। मुझे यहां रखने के बदले मेरे मामा को ढेर सारे पैसे मिले थे।तब वेदिका की मामी यह सुन कर रोने लगी और अपने पति का इंतजार करने लगी। और जब वेदिका के मामा घर पर आए तब उन्हें पुलिस को पकड़वा दिया लेकिन वेदिका की जिंदगी तो बर्बाद हो गई। हमेशा हमेशा के लिए वेदिका एक कोठेवाली बनकर ही रह गई। तो यह थी कहानी। लालची मामा ने किया अपनी ही भांजी का सौदा।धन्यवाद।
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